संगत करो नी निर्मल संत री म्हारी हेली लिरिक्स
प्रकाशित: 19 May, 2025
Read Moreओ बाबा तेरी क्या ही बात है,
भोले शंकरा तेरी क्या ही बात है ।
दूर होके भी तू साथ है,
ओ दूर होके भी तू साथ है ।।
खुद को मैं करदूंगा तुझको समर्पण,
मैं तेरा आंसू हूँ तू मेरा दर्पण ।
तेरे ही होने से मेरी ये सारी जिंदगी सधी है ।
लागी मेरी तेरे संग लगी ओ मेरे शंकरा ।।
तू पिता है मेरा और तुहि रहेगा,
मेरी हर गलती को तू हंस के सहेगा ।
तेरे ताप से मन का उड़ गया है पंछी,
सब तेरी बदौलत है आज ये रघुवंशी
लागी मेरी तेरे संग लगी ओ मेरे शंकरा ।।
तुहि सूक्ष्म है और तुहि विशाल है,
तू ही उत्तर है और तुहि सवाल है ।
तुहि सत्य है बाकी जिंदगी विनाश की है ।
लागी मेरी तेरे संग लगी ओ मेरे शंकरा ।।
ध्यान में है मगन तन पे ओढ़ के रे चोली,
मुझे अपने रंग में रंगले संग खेल मेरे होली ।
ना आसान है निचे ना है कोई खटोली,
मुझे अपने रंग में रंग दे संग खेल मेरे होली
लागी मेरी तेरे संग लगी ओ मेरे शंकरा ।।
बस भी करो मेरे शंकरा,
भांग रगड़ के बोली ये गोरा ।
तुम नहीं राजी है गोरा लोट के राजी है
लागी मेरी तेरे संग लगी ओ मेरे शंकरा ।।
स्वर – श्री सुभाष नाथ जी महाराज
प्रेषक – विशाल भजन संग्रह विरासत,राजस्थान
लेखक - शिवांश जांगिड
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