आज मंगलवार है बालाजी का वार है भजन लिरिक्स

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेडा पार है,


चेत सुदी पूनम के दिन वो,
शनिवार को जाए हो,
भक्त तेरी शरणागत आया,
अंजनी लाड लड़ाए हो,
शंकर का अवतार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे…


मेघनाथ ने शक्ति चलाई,
रामादल में आई हो,
लक्ष्मण जी के लागी कलेजे,
दुःख पावे रघुराई हो,
मच गई हाहाकार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे…


सेना में सन्नाटो मचग्यो,
महावीर वहा आये हो,
रामचन्द्र जी की आज्ञा लेके,
वैधराज को लाये हो,
संजीवन का सार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे…


रामचंद्रजी की कृपा से तो,
संजीवन बूंटी लाये हो,
लक्ष्मण जी को घोट पिलाई,
सोया सिंह जगाये हो,
मिलना बारम्बार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे…


गोवर्धन ने भजन बना कर,
तेरा ध्यान लगाया हो,
नित उठ तेरो ध्यान धरे,
चरणों में शीश नवाया हो,
ध्यावे सब संसार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे…


आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेडा पार है,

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x