मोको कहाँ ढूंढ़े बन्दे मैं तो तेरे पास में भजन लिरिक्स
मोको कहाँ ढूंढ़े बन्दे मैं तो तेरे पास में॥ ना तीरथ में ना मूरत में, ना एकान्त निवास में। ना मंदिर में ना मस्जिद में, ना काशी कैलाश में॥ मोको कहाँ ढूंढ़े बन्दे मैं...
Ram, Krishna, Hanuman & More – Hindi Bhajans with PDF & Lyrics 💙
1. Chetavni Bhajan (चेतावनी भजन)
Chetavni Bhajan (चेतावनी भजन) उन भजनों को दर्शाता है जो हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं से सतर्क करते हैं। यह भजन आमतौर पर हमारे भीतर जागरूकता और आत्म-नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए होते हैं। ये भजन हमें हमारे कार्यों और निर्णयों के परिणामों के बारे में चेतावनी देते हैं, जिससे हम एक सही मार्ग पर चल सकें और आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर हो सकें।
2. Dharmik Chetavaniyan (धार्मिक चेतावनियाँ)
Dharmik Chetavaniyan (धार्मिक चेतावनियाँ) का उद्देश्य हमें धार्मिक और नैतिक जीवन के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना है। यह कैटेगरी उन भजनों और शास्त्रों से जुड़ी होती है जो हमें गलत रास्तों से बचने और सही कार्यों को अपनाने की चेतावनी देती है। ये चेतावनियाँ हमारे जीवन में संतुलन और शांति स्थापित करने में सहायक होती हैं और हमें धर्म के सही रास्ते पर चलने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।
3. Jeevan Ke Margdarshan Bhajan (जीवन के मार्गदर्शन भजन)
Jeevan Ke Margdarshan Bhajan (जीवन के मार्गदर्शन भजन) उन भजनों की श्रेणी है जो जीवन के विभिन्न संघर्षों और चुनौतियों में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। ये भजन हमारे जीवन को सही दिशा में दिशा-निर्देश देने का कार्य करते हैं, जिससे हम मानसिक शांति, सुख और संतोष प्राप्त कर सकें। ये भजन हमें सकारात्मक सोच, धैर्य और दृढ़ता को बढ़ावा देते हैं, और हमारे आध्यात्मिक सफर में सहायता प्रदान करते हैं।
इन तीनों कैटेगरी का उद्देश्य व्यक्तित्व के सुधार, जीवन में सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना और आध्यात्मिक उन्नति में मदद करना है।
मोको कहाँ ढूंढ़े बन्दे मैं तो तेरे पास में॥ ना तीरथ में ना मूरत में, ना एकान्त निवास में। ना मंदिर में ना मस्जिद में, ना काशी कैलाश में॥ मोको कहाँ ढूंढ़े बन्दे मैं...
चाच पॉख बीन काया देखी हँस नजर कोनी आयो ले सादो भाई!! बीन पेड़ एक दरखत देखा पता नजर नही आया! मेरा सतगुरू ऐसा बरंगी छाया बैठ फल खाया!! बीन पाल एक सरवर देखा...
क्या लेके आया बन्दे क्या लेके जायेगा दो दिन की जिन्दगी है दो दिन का मैला !! ईस जगत सराऐ मे मुसाफीर रहना दो दिन का विर्था करे गुमान मुर्ख ईस घर और जोबन का नहि...
काया झुपड़ी रे म्हारी भोली टपली,, रँगीली म्हारी काया झोपड़ी रँगीली म्हारी काया झोपड़ी डीग मत जाइयो ना काया झोपड़ी रे म्हारी भोळी टापली डीग मत जाइयो ना ।। नो दस मास झुपा बनता...
करो भजन मत डरो किसी से, ईश्वर के घर होगा मान इसी भजन से, राम भजन से हिरदै मँ उपजैगा ज्ञान॥टेर॥ भजन कियो प्रह्लाद भक्त नै, बार बार कारज सार्यो। हिरणाकुश नै, हा असुर...
क्यूँ गुमान करे काया का मन मेरे एक दिन छोड़ कर ये जहाँ जाना है नाम गुरु का सुमिर मन मेरे बावरे एक दिन छोड़ कर ये जहाँ जाना है। 1. तूने संसार को...
चेतावनी भजन, धार्मिक चेतावनियाँ, जीवन के मार्गदर्शन भजन / सत्संगी हिन्दी भजन लिरिक्स
by HARSHITA · Published March 4, 2025
~ एकला मत छोड़ जे बंजारा ~ एकला मत छोड़ जे बंजारा रे।परदेशी का है मामला,खोटा हो जाना रे।दूर देश का है मामला ,खोटा हो जाना रे। अपना सायब जी ने,बंगला बनाया रे।बंगला बनाया...
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