थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या धमाल लिरिक्स

ऐहे… थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे म्हार,
कंड्या से लिपट ज्या,
म्हार पाजिल भंवर की,
पाल्योड़ी कमोडण पाल्योड़ी कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे म्हार,
कंड्या से लिपट ज्या,
म्हार पाजिल भंवर की,
पाल्योड़ी कमोडण पाल्योड़ी कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


अरे पांच तेरी नथली,
पच्चीस तेरो केवटियो,
कोई पेर बाने नाच बान,
आज्या ये कमोडण आज्या ये कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


अरे पांच तेरी चुनड़ी,
पच्चीस तेरी कुर्ती,
कोई पेर बाने नाच बान,
आज्या ये कमोडण आज्या ये कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे म्हार,
कंड्या से लिपट ज्या,
म्हार पाजिल भंवर की,
पाल्योड़ी कमोडण पाल्योड़ी कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


अरे हेतेळया पे तन ये,

चुगो ये चुगा दूँ, कोई नगरया पाणी,
प्यादूँ ये कमोडण प्यादूँ ये कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे म्हार,
कंड्या से लिपट ज्या,
म्हार पाजिल भंवर की,
पाल्योड़ी कमोडण पाल्योड़ी कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


अरे पांच तेरो कडुलो,
पच्चीस तेरो लहंगो,
कोई पेर बाने नाच बान,
आज्या ये कमोडण आज्या ये कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे म्हार,
कंड्या से लिपट ज्या,
म्हार पाजिल भंवर की,
पाल्योड़ी कमोडण पाल्योड़ी कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


अरे पांच तेरो केवटियो,
पच्चीस तेरी पायल,
कोई पेर बाने नाच बान,
आज्या ये कमोडण आज्या ये कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥


थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे म्हार,
कंड्या से लिपट ज्या,
म्हार पाजिल भंवर की,
पाल्योड़ी कमोडण पाल्योड़ी कमोडण,
थोड़ी नीची लुळ ज्या ये॥

HARSHITA

"मैं एक भक्ति गीतों की प्रेमी और भक्त हूँ। मेरी आत्मा को शांति और प्रेम मिलता है, जब मैं भगवान के भजनों में लीन हो जाती हूँ। इस वेबसाइट पर, आप विभिन्न प्रकार के भक्ति भजन और गीत पाएंगे, जो आपकी आत्मा को उन्नति की ओर ले जाएंगे। हर शब्द और हर सुर में भगवान की भक्ति का अनुभव करें, और अपनी आध्यात्मिक यात्रा में सच्ची शांति पाएं।"

You may also like...

1 Response

  1. March 10, 2025

    […] थोड़ी रे थोड़ी लुळ ज्या रे धमाल लिरिक्… […]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *