हाथ जोड़ विनती करूँ श्याम स्तुति लिरिक्स

हाथ जोा विनती करूूँ , सुणज्यो वचत्त लगाय |
दास आ गयो शरण में, रखखयो इसकी लाज ||
धन्येढूढारोिंदेश है, खाटूनगर सुजान |
अनुपम ेवि श्री श्याम की, दशशन सेकल्याण ||


श्याम श्याम तो मैरटूिं, श्याम हैजीिन प्राण |
श्याम भक्त जग मेंबाे, उनको करूूँ प्रणाम ||
खाटूनगर के वबच में, बण्यो आपको धाम |
फागुण शुक्ला मेला भरे, जय जय बाबा श्याम ||


फागुण शुक्ला द्वादशी, उत्सि भारी होए |
बाबा के दरबार से, खाली जाए न कोय ||
उमापवत लक्ष्मीपवत, सीतापवत श्री राम |
लज्जा सबकी राखखयो, खाटूके बाबा श्याम ||


पान सुपारी इलाइची, अत्तर सुगन्ध भरपूर |
सब भक्तन की विनती दशशन देिोिंहजूर ||
“आलूससिंह” जी तो प्रेम से, धरेश्याम को ध्यान |
“श्याम सलयो पररवार” पािेसदा, श्याम कृ पा सेमान ||१||

HARSHITA

"मैं एक भक्ति गीतों की प्रेमी और भक्त हूँ। मेरी आत्मा को शांति और प्रेम मिलता है, जब मैं भगवान के भजनों में लीन हो जाती हूँ। इस वेबसाइट पर, आप विभिन्न प्रकार के भक्ति भजन और गीत पाएंगे, जो आपकी आत्मा को उन्नति की ओर ले जाएंगे। हर शब्द और हर सुर में भगवान की भक्ति का अनुभव करें, और अपनी आध्यात्मिक यात्रा में सच्ची शांति पाएं।"

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *