डमरू बजाये अंग भस्म रमाये भजन लिरिक्स

डमरू बजाये अंग भस्म रमाये और ,
ध्यान लगाये किसका न जाने वो डमरू वाला,
सब देवो में सब देवों में हे वो देव निराला,
डमरू बजाये अंग भस्म रमाये
और ध्यान लगाये किसका ,


मस्तक पे चंदा तेरी जाटा में हे गंगा,
रहती पार्वती संग में सवारी हे बुढा नंदा,
हे कैलाशी हे अविनाशी हे कैलाशी हे अविनाशी,
रहता सदा मतवाला डमरू बजाये….


बाघम्बर धारी भोला शम्भू त्रिपुरारी,
रहता मस्त सदा शिव की महिमा हे सबसे न्यारी,
भोला भला वो मतवाला,पीवे भंग का प्याला,
डमरू बजाये…


सत्संग मंडल ये गाये ,
भोला शम्भू को ध्याये,
जो भी मांगे सो पावे दर से खली ना जाये,
बड़ा हे दानी बड़ा हे ज्ञानी,
बड़ा हे दानी बड़ा हे ज्ञानी,
सारा जग का रखवाला …..


आज के ऐसे ही सुन्दर भजन आप यहां पर देख सखते है

HARSHITA

"मैं एक भक्ति गीतों की प्रेमी और भक्त हूँ। मेरी आत्मा को शांति और प्रेम मिलता है, जब मैं भगवान के भजनों में लीन हो जाती हूँ। इस वेबसाइट पर, आप विभिन्न प्रकार के भक्ति भजन और गीत पाएंगे, जो आपकी आत्मा को उन्नति की ओर ले जाएंगे। हर शब्द और हर सुर में भगवान की भक्ति का अनुभव करें, और अपनी आध्यात्मिक यात्रा में सच्ची शांति पाएं।"

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *